नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए भारतीय महिला बैंक को भारतीय स्टेट बैंक में विलय करने का फैसला कर लिया है। यानी अब भारतीय महिला बैंक बंद हो जाएगा। भारतीय महिला बैंक के एसबीआई में विलय को मंजूरी दे दी है। इससे पहले एसबीआई ने पांच सहयोगियों बैंकों को विलय को मंजूरी दे दी है।
सरकार ने एसबीआई में स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद औऱ स्टेट बैंक ऑफ मैसूर का विलय को मंजूरी दे दी है। अब 1 अप्रैल से एसबीआई ने पांच बैकों को मंजूरी देने के साथ-साथ भारतीय महिला बैंक को भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में विलय को मंजूरी दी है।
गौरतलब है कि साल 2013 में भारतीय महिला बैंक का गठन किया गया था। ये बैंक विशेष तौर पर महिलाओं के लिए बनाया गया था। देशभर में इस बैंक की करीब 100 शाखाएं हैं। वहीं करीब 500 कर्मचारी है। 2013 के बाद भारतीय महिला बैंक ने करीब 192 करोड़ रुपये का कर्ज महिलाओं को दिया है।