तमिलनाडु की राजनीति में अम्मा यानी जयललिता के निधन के बाद से ही कयाल लगाए जा रहे थे कि अम्मा का असली राजनैतिक वारिस कौन होगा। पार्टी ने जयललिता के बीमार होने के बाद ही पन्नीरसेल्वम को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दी थी लेकिन पार्टी की कमान पर मंथन चल रहा था।
आज AIADMK की जनरल बॉडी मीटिंग में शशिकला को जयललिता का औपचारिक उत्तराधिकारी चुन लिया गया। बैठक में शशिकला को पार्टी महासचिव चुना गया। ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम से उन्हें चुनौती मिल सकती है, पर ऐसा हुआ नहीं और सर्वसम्मति से उनके नेतृत्व में काम करने के प्रस्ताव पर पार्टी के सभी नेताओं ने मुहर लगा दी। पिछले तीस सालों से ज्यादा समय से जयललिता यह पद संभाल रही थी।
शशिकला, जयललिता की सबसे भरोसेमंद सहयोगी रही हैं, और इनका साथ तीस सालों से ज्यादा का है, हालांकि एक बार शशिकला पर जयललिता को धीमा जहर देने का आरोप लगा था और उसके बाद जयललिता ने उनको पार्टी औऱ घर से बाहर निकाल दिया था । बाद में शशिकला ने माफी मांगी औऱ फिर अम्मा ने उन्हें जगह दे दी। अब शशिकला को महासचिव चुन लिया गया है यानी घोषित तौर पर वो जयललिता की राजनैतिक वारिस हो गई हैं।
अपने ज्योतिषी की सलाह पर शशिकला 2 या 3 जनवरी को पहली बार पार्टी मुख्यालय जाएँगी। बुधवार को AIADMK मुख्यालय के बाहर पार्टी की बर्खास्त सांसद शशिकला पुष्पा के वकीलों की पिटाई कर दी गई थी। शशिकला पुष्पा , शशिकला को चुनौती दे रही थीं और उनके 4 वकील पार्टी मुख्यालय में एक पत्र देने पहुंचे थे, तभी AIADMK कार्यकर्ताओं ने उनकी जमकर पिटाई कर दी।