नए साल की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। मोदी ने नोटबंदी को देश के लिए एक बेहतर कदम बताया और तमाम समस्याओं के लिए धैर्य बनाने रखने के लिए देश की जनता का आभार जताया। प्रधानमंत्री के आज से भाषण से पहले बहुत सारी घोषणाओं की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण को देश की गरीब जनता, निम्न मध्य वर्ग और मध्य वर्ग तक सीमित रखा। हालांकि इशारों ही इशारों में देश की जनता से यह भी कह दिया कि आप पैसा कमाते हो तो टैक्स भरना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की हालत देख कर इस बात पर यकीन नहीं होता कि देश में महज २४ लाख लोग ही १० लाख से ज्यादा सलाना कमाते होंगे।
राष्ट्र के नाम संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गरीब, निम्न मध्यमवर्ग और मध्यमवर्ग घर खरीद सकें इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरों में इस वर्ग को नए घर देने के लिए दो नई स्कीम बनाई गई हैं। जानिए क्या कुछ मिलेगा देश को मोदी की इस नई स्कीम में
- इसके तहत 2017 में घर बनाने के लिए 9 लाख रुपए तक के कर्ज पर ब्याज में 4 प्रतिशत की छूट मिलेगी
- 12 लाख रुपए तक के कर्ज पर ब्याज में 3 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
- सरकार गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में डिलिवरी, टीकाकरण और पौष्टिक आहार के लिए छह हजार रुपए की मदद देगी।
- कॉपरेटिव बैंक और सोसाइटी से किसानों के कर्ज पर 60 दिन का ब्याज सरकार वहन करेगी और खाते में ट्रांसफर करेगी
- अगले 3 महीने में 3 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड को रुपे कार्ड में बदला जाएगा।
- MSME के लिए निर्णय- छोटे कारोबारियों के लिए क्रेडिट गारंटी एक करोड़ से बढाकर 2 करोड़ किया जाएगा।
- NBFC से दिया गया लोन भी कवर होगा. छोटे उद्योगों के लिए कॅश क्रेडिट लिमिट को 20 फीसदी से बढाकर 25 फ़ीसदी किया जाएगा
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.5 लाख तक की राशि पर 10 साल तक के लिए 8 फीसदी इंटरेस्ट रेट सुरक्षित.ब्याज हर महीने ले सकते हैं।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी राजनीतिक दल भ्रष्टाचार से मुक्त हों, लोकसभा और विधानसभा के चुनाव साथ साथ हों, इसपर बहस हो और रास्ता निकाला जाए। अंत में नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि 1917 में महात्मा गांधी के नेतृत्व में चंपारण सत्याग्रह का आंदोलन हुआ था, आज गाँधी नहीं हैं लेकिन उनका मार्ग सत्य के मार्ग को प्रेरित करता है और उनकी इस चंपारण यात्रा के शताब्दी वर्ष पर हमें उनके दिखाए रास्ते पर चलने की सोच रखनी चाहिए।