दिल्ली में अपना पैर जमाने की कोशिश कर रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक नया नारा दिया है- ‘बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा।’ नितीश कुमार ने यह नारा दिल्ली के मावलंकर हॉल में जदयू (दिल्ली) के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दिया। बिहार में शराबबंदी के बाद दिल्ली में भी नीतीश कुमार ने शराबबंदी और सट्टा के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। बिहार में शराबबंदी को लेकर वाहवाही हुई थी, खासकर महिलाओं ने शराबबंदी पर नीतीश का खुल कर समर्थन किया था।
कार्यकर्ता सम्मेलन में अगले साल होने वाले एमसीडी चुनाव और अगले विधानसभा चुनाव को पूरी तैयारी से लड़ने का ऐलान भी जेडीयू ने किया है। पार्टी अलग-अलग वार्ड और अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर जनता की नब्ज टटोलेगी और एमसीडी चुनावों से पहले एक बड़ा सम्मेलन कर अपनी ताकत दिखाएगी।
कार्यकर्ता सम्मेलन में बिहार के मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से हर घर में बिजली, हर घर में पानी और हर गली में बेहतर सड़क का मुद्दा उठाने को कहा है। इस लिए दिल्ली में नीतीश कुमार के सक्रिय होने को अरविंद केजरीवाल के लिए खतरे की घंटी माना जा सकता है क्योंकि इन्हीं मुद्दों पर सवार होकर अरविंद केजरीवाल दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुए हैं। दिल्ली में पूर्वांचली वोटरों की तादाद लगभग जनसंख्या की एक तिहाई है जिसका बड़ा हिस्सा पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ गया था। जिसके कारण आम आदमी पार्टी 70 में से 67 सीटों पर कब्जा कर इतिहास रच पाई थी । लेकिन, अब नीतीश की दिल्ली में दिलचस्पी अरविंद केजरीवाल को सोचने पर मजबूर कर सकती है, क्योंकि जेडीयू की नजर भी इन्हीं पुर्वांचली वोटों पर है।