उत्तर प्रदेश में जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, राजनीतिक पाला बदलने का दौर भी बढ़ता जा रहा है। छोटे-छोटे विधायकों के बाद अब प्रदेश के बड़े नेता भी पार्टियां बदलने में जुटे हैं। इस सिलसिले में नया नाम है कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी का। पिछले कुछ वक्त से लगाई जा रही अटकलें सही साबित हुई हैं, रीता बहुगुणा जोशी बीजेपी में शामिल हो गई हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में रीता की बीजेपी में एंट्री का ऐलान किया गया।
इधर, रीता बहुगुणा द्वारा पार्टी छोड़ने को कांग्रेस ने धोखा करार दिया। पार्टी ने कहा है कि भाजपा गद्दारों की फौज जुटा रही है। कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा है कि रीता बहुगुणा के परिवार का इतिहास ही पाला बदलने का है।
रीता बहुगुणा जोशी, हेमवंतीनंदन बहुगुणा की बेटी हैं। हेमवंतीनंदन भी इंदिरा गांधी से तकरार के बाद कांग्रेस से अलग हुए थे। रीता के भाई विजय बहुगुणा कांग्रेस पार्टी से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और कुछ दिनों पहले हुए विवाद के बाद कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे।
बीजेपी का दामन थामते वक्त रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि कि यह निर्णय आसान नहीं था पर राष्ट्रहित के लिए मैंने ये निर्णय लिया है। 24 साल मैंने कांग्रेस की सेवा की है। मोदी जी का सेना को मुक्तहस्त करने का फैसला सराहनीय रहा है। कांग्रेस पार्टी के खून की दलाली के कमेंट से पूरा देश क्षुब्ध हुआ। ये देखकर मुझे दुख हुआ।