चुनावी जंग में जुबानी जंग का बड़ा महत्व है। कुछ नेता अच्छी बातें करते हैं तो कुछ विवादास्पद बयान देकर सुर्खियां बटोरते हैं। साथ ही जब राजनीति जाति औऱ धर्म की होने लगती है तो बयानबहादुर अपनी बातों से जनता का नब्ज टटोलते रहते हैं। देश की तमाम छोटी बड़ी पार्टियां बीजेपी पर सांप्रदायिक होने का आरोप मढ़ती रहती है और उसकी वजह यह है कि बीजेपी के कुछ नेता गाहे बेगाहे ऐसे बयान देते रहते हैं। यूपी में पहले चरण का विधानसभा चुनाव पश्चिमी यूपी में है, इसी इलाके में मुजफ्फरनगर, कैराना के इलाके आते हैं। लोकसभा चुनाव से पहले मुजफ्फरनगर के दंगे हों या फिर बाद में कैराना से पलायन ऐसे मुद्दें हैं जिनकी चर्चा करते हीं मामला सांप्रदायिक रंग लेने लगता है लेकिन चर्चा भी तो जरुरी है।
ऐसे में जब चुनाव नजदीक हो तो ऐसे मामलों को नेता अपने अपने हिसाब परिभाषित करते हैं। भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता और गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लोगों का पलायन बेहद चिंताजनक है। यदि वहां से ऐसे ही लोगों का पलायन होता रहा तो कश्मीर बनने में देर नहीं लगेगी। प्रदेश की समाजवादी सरकार पर हमला बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी सरकार पूरी तरह भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने सरकार बनते ही सबसे पहले आतंकी घटनाओं के जिम्मेदार लोगों के केस वापस ले लिए थे इससे इसकी मंशा का अंदाजा लगाया जा सकता है।