मुंबई। महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोर पकड़ती जा रही है कि क्या राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी के प्रमुख शरद पवार अगले राष्ट्रपति चुनाव में इस पद के लिए दावेदार बनेंगे? राष्ट्रपति चुनाव 2017 में होने हैं और इस चर्चा के ज़ोर पकड़ने की वजह सोशल मीडिया पर की जा रही एक रायशुमारी है। दरअसल फेसबुक पर “युवा राष्ट्रवादीचे वादळ” (युवा एनसीपी की आंधी) नाम से एक पेज बना हुआ है, जिसपर पूछा गया है कि “मेरी तरह के एक सामान्य कार्यकर्ता की सोच है कि 2017 में भारत के राष्ट्रपति का जो चुनाव होना है, उसमें शरद पवार जैसा कोई चमकीला व्यक्तित्व चुना जाना चाहिए। आप क्या सोचते हैं?”
इस सवाल को पोस्ट किए जाने के कुछ ही देर के भीतर इसपर 5500 से ज्यादा लाइक्स, 700 से अधिक कमेंट्स और 350 से अधिक शेयर्स मिल चुके थे। इस पेज के प्रोफाइल फोटो की जगह शरद पवार के भतीजे और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अजीत पवार की फोटो लगी है, हालांकि अभी यह साफ़ नहीं हो पाया है कि यह उन्हीं का पेज है या किसी और का। पर इतना स्पष्ट है कि यह एनसीपी का आधिकारिक पेज नहीं है, क्योंकि उसका एक अलग पेज है और उस पेज पर न तो इस तरह का कोई पोस्ट है न किसी रूप में इसकी चर्चा की गई है।
राष्ट्रपति पद के लिए शरद पवार की उम्मीदवारी की चर्चा के ज़ोर पकड़ने की एक वजह ये भी है कि कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और ग़ैर-भाजपा दलों के ममता बनर्जी जैसे बड़े नेताओं से उनकी घनिष्ठता है, लिहाजा विपक्षी दलों के साझे उम्मीदवार के तौर पर उनकी दावेदारी पुख्ता लगती है। दो दिन पहले स्वयं पवार ने भी मुंबई में एक ज़बर्दस्त भाषण दिया था, जिसमें उन्होंने कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी आलोचना की थी। इस भाषण में उन्होंने अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन के प्रस्ताव को ग़ैर-ज़रूरी बताया। साथ ही मोदी के विरोध में मुखर ममता बनर्जी की जमकर तारीफ़ें कीं।
शरद पवार तीन बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा केंद्र में रक्षा मंत्री और कृषि मंत्री भी रह चुके हैं। कुछ समय के लिए वे लोकसभा में विपक्ष के नेता भी रहे हैं। ज़ाहिर है कि शरद पवार का राजनीतिक कद काफी ऊंचा है और विरोधी दलों में उनकी काफ़ी स्वीकार्यता है। ऐसे में, इस पोस्ट से शुरू हुए राजनीतिक कयासों को और बल मिला है।