राहुल गांधी की आलू की फैक्ट्री वाले बयान को लेकर काफी विवाद हुआ। मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक उनका जमकर मजाक उड़ाया गया। इतना ही नहीं राहुल गांधी के इस बयान के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी राहुल गांधी पर तंज कसा। कई दिनों तक टेलीविजन की चर्चाओं में बीजेपी प्रवक्ताओं ने राहुल गांधी की जमकर खिंचाई की और कहा कि इस देश के बारे में राहुल का कितना ज्ञान है यह सामने आ गया, राहुल को इतना भी नहीं पता कि आलू की फैक्ट्री नहीं लगती ।
राहुल के पक्षकारों ने इसपर सफाई भी दी लेकिन वो राहुल को ठीक से डिफेंज नहीं कर पाए। आलू की फैक्ट्री वाले बयान के बाद कांग्रेस का कोई बड़ा नेता राहुल के पक्ष में खुलकर बोलता नहीं दिखा मानो ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस के बड़े नेताओं का समुदाय भी राहुल से अपनी नाराजगी का बदला ले रहा हो और अपनी चुप्पी साधे रखी।
जिस सभा में राहुल गांधी ने आलू की फैक्ट्री वाला बयान दिया उसका पूरा वीडियो अब सामने आया है। वीडियो में साफ है कि पब्लिक में से किसी ने यह गुजारिश की है कि उनके इलाके में एक आलू के चिप्स की फैक्ट्री लगा दी जाए, ताकि उनके पिछड़े इलाके का विकास हो सके। जाहिर है यह अनुमान लगाया जा सकता है कि उस इलाके में आलू की पैदावार ज्यादा होती होगी तभी किसी शख्स से आलू के चिप्स की फैक्ट्री लगाने की बात की होगी।
राहुल गांधी ने आलू के चिप्स की फैक्ट्री लगाने- लगवाने की बात शुरु की और उसपर अपनी राय रखी । इसी सिलसिले में वो शुरु में आलू की चिप्स की फैक्ट्री बोलने के बाद , बाद में आलू की फैक्ट्री बोले। पूरा वीडियो देखने के बाद साफ लगता है कि इसमें कोई नई और बड़ी बात नहीं है। भाषणों में या बातचीत में ऐसा हो सकता है।
जिस तरीके से सोशल मीडिया पर आलू की फैक्ट्री वाला हिस्सा काटकर प्रचारित किया गया उसके जरिए सिर्फ राहुल गांधी का मजाक उड़ाने का इरादा हो सकता है लेकिन जब विपक्षी पार्टियों के आला नेता उसी बयान को ढाल बनाकर इस्तेमाल करते हों तो राजनीति के गिरते स्तर का अंदाजा होता है।
आप भी सुनिए राहुल गांधी के इस बयान वाले वीडियो का हिस्सा जिससे साफ होता है कि बयान कैसे दिया गया और क्या दिया गया।