नोटबंदी के बाद से लगातार नोट की कमी से जूझ रहे देश में लगातार राजनीतिक बयानबाजियां हो रही हैं। विपक्ष सरकार के इस फैसले को जनता के लिए अहितकर बताने में जुटी है और बीजेपी लगातार विपक्ष को गलत ठहराने में लगी है। इसी बीच बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी नोटबंदी के बाद हो रही समस्याओं के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली और उनके मंत्रालय पर ठीकरा फोड़ा है। नोटबंदी के फैसले पर स्वामी ने नरेंद्र मोदी का बचाव किया पर कहा कि कैश की कमी और परेशानियों की वजह फाइनेंस मिनिस्ट्री की लापरवाही है। मंत्रालय ने पहले से तैयारी की होती तो ये नौबत नहीं आती।
स्वामी ने कहा कि सरकार ने ब्लैक मनी और करप्शन के खात्मे के लिए 2014 में नोटबंदी का फैसला कर लिया था। फाइनेंस मिनिस्ट्री की जिम्मेदारी थी कि वह इसके लिए जरूरी तैयारियां करते। उन्होंने तैयारियों में तेजी नहीं दिखाई और प्रधानमंत्री ने यह सोचकर नोटबंदी का एलान कर दिया कि सबकुछ ठीक है। स्वामी ने यह भी कहा कि 500 और 2000 के नए नोटों का आकार काफी छोटा है, यह भी परेशानी का कारण है। संसद की कार्यवाही ठप होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए भाजपा नहीं बल्कि कांग्रेस जिम्मेदार है।