कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में शुक्रवार को पहली बार कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की बैठक हुई, जिसमें अस्वस्थता के कारण सोनिया गांधी शामिल नहीं हो सकीं। बैठक में अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मां सोनिया को उनका भविष्य बनाने में मार्गदर्शन देने के लिए शुक्रिया कहा। बैठक में राज्य सभा और लोक सभा दोनों सदनों के कुल 105 में से केवल 26 सांसद ही मौजूद थे, बाकी 79 सांसद नदारद।
गौरतलब है कि कांग्रेस पर्लियामेंट्री पार्टी की बैठक से पहले राहुल गांधी कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक की भी अध्यक्षता कर चुके हैं। सात नवंबर को हुई कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में 21 सदस्यों ने हिस्सा लिया था, जिनमें पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, एके एंटनी, अहमद पटेल, दिग्विजय सिंह, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मलिकार्जुन खड़गे, अंबिका सोनी, बीके हरिप्रसाद और गुलाम नबी आजाद मुख्य थे।
कांग्रेस वर्किंग कमिटी के बाद पर्लियामेंट्री पार्टी की बैठक की अध्यक्षता को राहुल गांधी की ताजपोशी से पहले की तैयारी के रूप में भी देखा जा रहा है। राहुल को जनवरी 2013 में हुए जयपुर के ‘चिंतन शिविर’ में पार्टी का उपाध्यक्ष चुना गया था, जिसके बाद से कई बार उन्हें पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग हो चुकी है। माना जा रहा है कि सोनिया गांधी की बीमारी के चलते राहुल को अगले साल तक कांग्रेस की जिम्मेदारी मिल जाएगी।