लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही समाजादी पार्टी में एक बार फिर से आर-पार की लड़ाई शुरू हो गई है। पार्टी में चाचा शिवपाल और अखिलेश यादव के बीच जारी मनमुटाव एक बार फिर से जगजाहिर हो गई। दरअसल समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अपने पहले दिए गए बयान से पलटते हुए कहा कि चुनाव में बहुमत मिलने के बाद विधायक ही अपने मुख्यमंत्री का चयन करेंगे। आपको बता दें कि इससे पहले शिवपाल बयान दे चुके हैं कि अगर समाजवादी पार्टी 2017 में अगर सरकार बनाती है तो अखिलेश ही प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन अब वो अपने बयान से पलट रहे है।
शिवपाल यादव ने कहा कि यह पार्टी संविधान की व्यवस्था है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि टिकट का बंटवारा जीत के आधार पर होगा, अभी तक 175 लोगों को टिकट दिया जा चुका है। पार्टी में किसी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जो पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाए।’ शिवपाल यादव के नए बयान से मुलायम परिवार में फिर से संग्राम छिड़ सकता है। आपको बता दें कि
समाजवादी पार्टी में बड़ी संख्या में विधायक और मंत्री अखिलेश के चेहरे को सामने रखकर चुनाव लड़ना चाहते हैं। ऐसे में शिवपाल यादव का यह बयान पार्टी में टूट के संकेत दे रहा है। इससे पहले रविवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह को 403 प्रत्याशियों की एक सूची सौंपी, जबकि प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव पहले ही 175 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुके हैं। ऐसे में एक बार फिर से चाचा-भतीजे का वॉर होना तय माना जा रहा है। देखना होगा कि इस गृहयुद्ध का पार्टी को चुनाव में कितना नुकसान होता है।