अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने कार्यकाल की शुरुआत में पाकिस्तान जाने की इच्छा जताई थी, लेकिन उनकी इच्छा अधूरी रह गयी। व्हाइट हाउस ने इसके पीछे पाकिस्तान के साथ अमेरिका के ‘जटिल संबंधों’ को कारण बताया है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव होज़े अर्नेस्ट ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ‘ मुझे याद है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान जाने की इच्छा जताई थी, लेकिन दोनों देशों के जटिल संबंधों के कारण राष्ट्रपति बराक ओबामा की यह इच्छा पूरी नहीं हो पाई।’
प्रेस सचिव अर्नेस्ट ने पाकिस्तान के एक बयान से संबंधित सवाल का जवाब देते हुए ये बातें बताई। पाक ने डोनाल्ड ट्रंप के हवाले से यह दावा किया है कि ट्रंप ने पीएम शरीफ से कहा है कि वह पाक के दौरे पर आना चाहेंगे। उन्होंने कहा, ‘एक बात हमें पता होनी चाहिए कि जब अमेरिका के राष्ट्रपति किसी देश के दौरे पर जाते हैं, तो देश की जनता में एक महत्वपूर्ण संदेश जाता है। यह हमारे सबसे करीबी सहयोगियों के साथ उन देशों के लिए भी सही है, जिनसे हमारे संबंध जटिल हैं।’
पाकिस्तान द्वारा जारी किए गए टेलीफोन बातचीत के ब्यौरों के आधार पर ट्रंप के आलोचक उनके इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव अर्नेस्ट ने कहा कि पाकिस्तान और अमेरिका के संबंध काफी जटिल हैं, खासकर आपस में जुड़े सुरक्षा हितों को देखते हुए। अर्नेस्ट ने कहा, ‘बीते आठ साल में दोनों देशों के संबंध बहुत अच्छे नहीं रहे हैं, खासकर राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा पाकिस्तान में छुपे लादेन को मारने का आदेश दिए जाने के बाद से।’