नई दिल्ली। यादव परिवार की कलंह अब सड़क पर पहुंच गयी है। पार्टी टूट की कगार पर पहुंच चुकी। चाचा-भतीजा लड़ रहे हैं, तो सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव तीन देवियों के बीच बुरी तरह से फंसे हुए हैं। माना जा रहा है कि यही तीन देवियां सपा की कलंह की असली वजह भी हैं। राजनीतिक अटकलों के अनुसार यह यादव परिवार की सास, बहू और समधिन के बीच का मामला है।
क्या है पूरा मामला
जानकारों के मुताबिक, मुलायम की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता यादव इस बात को लेकर तनाव में हैं कि उनके बेटे प्रतीक यादव को सपा में शामिल नहीं किया जा रहा है। वहीं प्रतीक की पत्नी अपर्णा भी अपने पति व खुद को लेकर महत्वाकांक्षी हैं। अपर्णा हाल ही में राजनीति में एक्टिव हो रही हैं, लेकिन उनकी महत्वाकांक्षाएं कहीं ज्यादा हैं। पार्टी में तव्वजो न मिलने से वो खुद को उपेक्षित मान रही हैं, तो वहीं अपर्णा की मां अम्बी बिष्ट इस बात के लिए उन्हें प्रेरित भी कर रही हैं।
अपर्णा की मां अम्बी बिष्ट लखनऊ की हाई प्रोफाइल वकील हैं। मां की सलाह पर ही अपर्णा ने चुनाव लड़ने का फैसला किया और अपने लिए लखनऊ कैंट सीट को चुना है। इन्हीं तीन देवियों की वजह से मुलायम का परिवार और उनकी पार्टी बिखराव की हालत में आकर खड़ा हो गया है। आपको बता दें कि सपा में जारी कलंह की वजह से अखिलेश ने पहले चाचा शिवपाल को मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर दिया। शिवपाल के साथ-साथ उनके 4 करीबियों को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके बाद मुलायम सिंह ने रामगोपाल यादव को पार्टी से छह साल के लिए निकाल दिया।