प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए बहुजन समाजवादी पार्टी की प्रमुख मायावती ने कहा कि मोदी फकीर नहीं हैं, बहुत मालदार आदमी हैं। दरअसल प्रधानमंत्री ने अपनी मुरादाबाद रैली में शनिवार को कहा था कि “हम तो फकीर आदमी हैं। झोला उठाकर चल देंगे।”
बसपा सुप्रीमो ने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि यदि प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार और काले धन के इतने ही खिलाफ हैं, तो आज तक लोकपाल की नियुक्ति क्यों नहीं कर पाए? मायावती ने कहा कि जनधन खातों में जमा पैसा गरीबों के लिए नहीं, बल्कि पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने की योजना बनाने में प्रधानमंत्री दिमाग खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी का फैसला आम लोगों को परेशान करने के लिए है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री मोदी पर तानाशाही वाला रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अपनी नाकामियों पर परदा डालने के लिए जनता को नोटबंदी के फैसले से परेशान कर रहे हैं। मायावती ने मीडिया से कहा, ‘हमारी पार्टी भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ है। जनहित में इस अभिशाप से आम जनता को मुक्ति मिलनी चाहिए। मैंने यूपी में अपने कार्यकाल के दौरान काफी प्रयास किये थे क्योंकि इसमें ही जनता का व्यापक हित है।’
बहुजन समाज पार्टी को मुस्लिमों का हितैषी बताते हुए मायावती ने मुसलमानों को आगाह किया कि अगर मुसलमानों का वोट सपा और कांग्रेस में बंटा, तो इसका सीधा लाभ बीजेपी को मिलेगा, क्योंकि सपा का वोट बैंक दो भागों में बंट चुका है। एक सवाल के जवाब में बसपा प्रमुख ने कहा कि बसपा कार्यकर्ताओं, सांसदों-विधायकों और प्रत्याशियों से छोटी मदद लेकर अपने मूवमेंट को आगे बढ़ाती है, इसलिए नोटबंदी का बसपा के चुनाव अभियान पर कोई असर नहीं पड़ेगा।