कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पिछले कुछ समय से धीरे धीरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर होते जा रहे हैं। नोटबंदी लागू होने के बाद राहुल गांधी लगातार नोटबंदी का विरोध कर रहे हैं लोगों की समस्याओं के लिए सीधे मोदी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। कांग्रेस द्वारा आयोजित जनवेदना सम्मेलन में राहुल गांधी जमकर बरसे।
राहुल के भाषण की मुख्य बातें
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस की फिलॉसफी कहती है- डरो मत। एक दूसरी फिलॉसफी कहती है- डरो और डराओ। बीजेपी का पूरा का पूरा लक्ष्य डराने का है। दो-तीन महीनों में इन लोगों ने पूरे हिंदुस्तान में डर फैला दिया। हमने कहा था कि 100 दिन की रोजगार गारंटी देते हैं। हमने कहा कि तुम्हारी जमीन है, तुम्हारी रहेगी। राहुल ने अपने भाषण में कहा- मुझे भगवान शिव, बुद्ध, महावीर और गुरु नानकजी की फोटो में कांग्रेस का सिंबल दिखाई देता है। मैं अपने मित्रों से मिला और कहा- डरो मत, मैं आपसे भी कहता हूं कि डरो मत
बीजेपी का जो स्ट्रक्चर है, डर को क्रोध में फैलाने का स्ट्रक्चर है। हम बताते हैं कि डरने की जरूरत नहीं है। मोदी ने कहा कि ये जमीन हमारी है। कोई आदिवासी कहता है कि मेरी जमीन है, जंगल है, उसे गोली मारकर गिरा देते हैं। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश में ऐसा ही करते हैं।आप नरेंद्र मोदी को अपना आज दो और वो आपको दस बीस साल बाद अपना कल देगा। लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि इस देश में समझ है।
राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ घंटे पहले आरबीआई को चिट्ठी गई थी कि आप डिमॉनेटाइजेशन के लिए तैयार हो या नहीं और बस ये लागू कर दिया गया। कांग्रेस ने कभी ज्यूडिशियरी, आरबीआई और दूसरे इंस्टीट्यूशंस के साथ ऐसा न तो किया है और न ही करेंगे।
मोदीजी ने अमिताभ बच्चन की तरह डायलॉग बोले। उन्होंने कहा- मित्रों, आपकी जेब में जो 500 रु. का नोट है, ये कागज हो गया है। इनका एक ही मकसद है- गरीबों से पैसा खींचो, अमीरों को सींचो। आप यकीन करिए कि कांग्रेस जब सत्ता में लौटेगी तब ही अच्छे दिन आएंगे।
मोदीजी ने अमिताभ बच्चन की तरह डायलॉग बोले। उन्होंने कहा- मित्रों, आपकी जेब में जो 500 रु. का नोट है, ये कागज हो गया है। इनका एक ही मकसद है- गरीबों से पैसा खींचो, अमीरों को सींचो। आप यकीन करिए कि कांग्रेस जब सत्ता में लौटेगी तब ही अच्छे दिन आएंगे।