नई दिल्ली। 11 अक्टूबर। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन आज 74 साल के हो गए। अमिताभ भले ही 74 के हो गए हों, लेकिन आज भी उनके सामने बड़े से बड़ा स्टार बौना नजर आता है। सदी के महानायक, एंग्री यंग मैन, शहंशाह जैसे उनके नाम भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में फेमस हो गए।
11 अक्टूबर 1942 को जन्मे अमिताभ ने अपने दमदार अभिनय और बुलंद आवाज के दम पर लाखों दिलों में जगह बनाई और उम्र के इस पड़ाव पर भी उनके दिलों में छाए हुए हैं। जहां उनकी उम्र के बाकी कलाकार काम छोड़ चुके हैं, वहीं अमिताभ एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में दिए जा रहे हैं।
सोशल मीडिया के किंग
सोशल मीडिया पर भी अमिताभ की जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। दीवार, जंजीर और शोले जैसी दर्जनों सुपरहिट फिल्में देने वाले अमिताभ ने हाल ही में ‘पिंक’ फिल्म में अभिनय किया, जिसमें उनके अभिनय की खूब सराहना हो रही है। आइए जानें अमिताभ के जीवन से जुड़े कुछ अनकहे पहलू…
पहली सैलरी
करियर के शुरुआती दिनों में अमिताभ बच्चन ने आकाशवाणी में भी बतौर अनाउंसर काम करने के लिए आवेदन किया, लेकिन वहां उन्हें खारिज कर दिया गया। उन्होंने कोलकाता में सुपरवाइजर के रूप में करियर शुरू किया और उस वक्त उन्हें तनख्वाह के रूप में प्रति माह 800 रुपए मिलते थे।
20 फ्लॉप फिल्में
1969 में ख्वाजा अहमद अब्बास की फिल्म ‘सात हिंदुस्तानी’ से उन्होंने फिल्मों में अपने करियर की शुरुआत की, लेकिन लोगों ने उन्हें नकार दिया। फिल्म फ्लॉप हो गई। इस फिल्म के बाद अमिताभ ने एक के बाद एक 20 फ्लॉप फिल्में दीं। फिर जाकर उन्हें “जंजीर” में काम करने का मौका मिला। यह फिल्म उनके करियर में अहम पड़ाव साबित हुई और उन्हें उस दौर के अच्छे अभिनेताओं में गिना जाने लगा। इसी के बाद से उन्हें ‘एंग्री यंग मैन’ की उपाधि भी मिली थी। इसके बाद अमिताभ बच्चन ने रुकने का नाम नहीं लिया और 1975 में यश चोपड़ा निर्देशित फिल्म ‘दीवार’, रमेश सिप्पी निर्देशित ‘शोले’ के बाद वह इंडस्ट्री के सुपर स्टार बन गए।
रेखा के साथ अफेयर
जहां अमिताभ फिल्मों के शिखर पर आगे बढ़ रहे थे, वहीं रेखा के साथ उनका प्यार भी परवान चढ़ रहा था। रेखा के साथ अफेयर की खबरें मीडिया की सुर्खियां बनने लगीं। उन दोनों के इश्क की खबरें ख़ूब चलीं। यहां तक कि कुछ लोगों को अब भी यकीन है कि अमिताभ रेखा से आज भी चुपचाप मिलते हैं। जबकि रेखा ने कई इंटरव्यू में साफ तौर पर कहा कि वह अमिताभ बच्चन की दीवानी हैं, लेकिन अमिताभ ने कभी रेखा का नाम सार्वजनिक मंच पर नहीं लिया।
सम्मान और पुरस्कार
अमिताभ दिलीप कुमार को अपना आदर्श मानते हैं और उन्हें ही अपना पसंदीदा अभिनेता भी मानते हैं। आशा पारेख को वे बतौर अभिनेत्री पसंद करते हैं। अपने काम के लिए साल 1984 में अमिताभ बच्चन को पद्मश्री से सम्मानित किया गया। भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए उन्हें 2001 में पद्म भूषण से भी नवाजा गया। कुल मिलाकर उन्हें अब तक 7 फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले।
रास न आई राजनीति
अभिनय के साथ-साथ अमिताभ ने कई फिल्मों में अपनी आवाज़ भी दी और गाने भी गाए। 1979 में बनी फिल्म ‘मेरे पास आओ मेरे दोस्तो’ में पहली बार अमिताभ ने गाना गाया था। अमिताभ ने राजनीति में भी अपना हाथ आजमाया। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के दोस्त माने जाने वाले अमिताभ ने उन्हीं के कहने पर राजनीति में कदम रखा और हेमवती नंदन बहुगुणा जैसे दिग्गज नेता को हराकर इलाहाबाद से सांसद भी बने। लेकिन राजनीति उन्हें पसंद नहीं आई और तीन वर्षों के बाद ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
विवादों से नाता
फिल्म और राजनीति के साथ-साथ अमिताभ का नाम विवादों से जुड़ा रहा। 1984 के सिख दंगों में भी अमिताभ बच्चन का नाम विवादों में रहा। उनपर सिखों के ख़िलाफ़ भड़काने के आरोप लगे। इसके अलावा बोफोर्स घोटाले में भी उनका नाम उछला। वहीं हाल ही में लीक हुए पनामा पेपर्स लीक में भी उनका नाम सामने आया था।
अमिताभ की बुरी लत
अमिताभ को एक बुरी लत लग गई थी। अपने जवानी के दिनों में वो रोज तकरीबन 200 सिगरेट पी जाते थे। हालांकि, कुछ साल पहले ही उन्होंने ये सब छोड़ दिया और अब वो शुद्ध शाकाहारी हैं।
अमिताभ का पहला प्यार
अमिताभ के एक करीबी दोस्त की मानें, तो जया या रेखा उनका पहला प्यार नहीं थीं। शहंशाह का दिल सबसे पहली बार एक ब्रिटिश कंपनी में काम करने वाली मराठी लड़की पर आया था। अमिताभ की कोलकाता में उस लड़की से मुलाकात हुई थी और वो उससे शादी करना चाहते थे, लेकिन लड़की ने उनसे शादी करने से इंकार कर दिया था। इसी बात से आहत होकर अमिताभ ने कोलकाता छोड़ दिया और मुंबई आ गए। फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।