पाकिस्तान के साथ साझा सैनिक अभ्यास पर भारत ने रूस को खरी-खरी सुनाई है। भारत ने रूस से साफ शब्दों में कहा है कि जो देश आतंकवाद फैलाता हो, उसके साथ ज्वाइंट मिलिट्री एक्सरसाइज करना सही नहीं है। सितंबर में रूस ने पाकिस्तान के साथ ज्वाइंट एक्सरसाइज की थी। भारत ने ये बात उस वक्त रूस के सामने रखी है, जब 14 अक्टूबर को व्लादिमीर पुतिन भारत आने वाले हैं।
राजदूत पंकज सरन ने कहा
रूस में भारत के एम्बेसडर पंकज सरन ने रूसी न्यूज एजेंसी रिया नोवोस्ती के साथ एक इंटरव्यू में ये बातें कहीं। सरन ने ये भी कहा, ‘पाकिस्तान केवल आतंकवाद को बढ़ावा ही नहीं देता, बल्कि वह उसकी स्टेट पॉलिसी का हिस्सा है। उसके साथ रिलेशन रखने से परेशानी ही खड़ी होगी।’ ‘हम रूस के साथ मिलिट्री एक्सरसाइज का एक रेग्युलर सिस्टम बनाकर रखना चाहते हैं। बीते सालो में दोनों देशों ने ऐसी कुछ एक्सरसाइज की हैं। दोनों देशों की एजेंसियां मीटिंग कर इसका प्लान तैयार कर सकती हैं।’ सरन ने कहा, ‘इस समय दुनिया के सामने आतंकवाद समेत कई चुनौतियां हैं। ब्रिक्स समिट में इनपर चर्चा की जाएगी।’
पुतिन आ रहे हैं भारत
14 अक्टूबर को व्लादिमीर पुतिन भारत आने वाले हैं। 15 को गोवा में नरेंद्र मोदी और पुतिन की मुलाकात होनी है। गोवा में ही दो दिन की ब्राजील, रूस, इंडिया, चीन और साउथ अफ्रीका की (BRICS) समिट होनी है। पुतिन इस समिट में भी शामिल होंगे। बता दें कि रूस ने सितंबर में पाकिस्तान के साथ खैबर पख्तूनख्वा प्रॉविन्स में ज्वाइंट मिलिट्री एक्सरसाइज की थी।
14 अक्टूबर को व्लादिमीर पुतिन भारत आने वाले हैं। 15 को गोवा में नरेंद्र मोदी और पुतिन की मुलाकात होनी है। गोवा में ही दो दिन की ब्राजील, रूस, इंडिया, चीन और साउथ अफ्रीका की (BRICS) समिट होनी है। पुतिन इस समिट में भी शामिल होंगे। बता दें कि रूस ने सितंबर में पाकिस्तान के साथ खैबर पख्तूनख्वा प्रॉविन्स में ज्वाइंट मिलिट्री एक्सरसाइज की थी।