हर क्षेत्र में लगातार बढ़ते भारत के लिए एक बुरी खबर आई है। हमारा देश भुखमरी और कुपोषण कम करने में नाकाम साबित हो रहा है। ये खुलासा ग्लोबल हंगर इंडेक्स जारी होने के बाद हुआ। लगातार कोशिशों के बावजूद भारत भुखमरी के मामले में 97वें पायदान पर पाया गया, जबकि हमारे पड़ोसी नेपाल और श्रीलंका भी हमसे बेहतर साबित हुए।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स (जीएचआई) की रैंकिंग के मुताबिक, 118 देशों की रैंकिंग में भारत अभी भी 97वें पायदान पर है। हमारे पड़ोसी देश जैसे नेपाल (72वें), म्यांमार (75वें), श्रीलंका (84वें) और बांग्लादेश (90वें) स्थान के साथ भारत से काफी बेहतर स्थिति में हैं। सिर्फ पाकिस्तान ही 107वें पायदान पर है।
रिपोर्ट के मुताबिक, एशिया में सबसे बुरे हाल भारत और पाकिस्तान के ही हैं। भारत में 39 प्रतिशत बच्चे अविकसित हैं, जबकि आबादी का 15.2 प्रतिशत हिस्सा कुपोषण से ग्रसित है। इंडेक्स में भारत का स्कोर 28.5 है, जो कि अन्य विकासशील देशों की तुलना में काफी ज्यादा है। विकासशील देशों का एवरेज स्कोर 21.3 है।
जानिए कैसे होता है आकलन
अमेरिका स्थित इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट अलग-अलग देशों में भुखमरी और कुपोषण की स्थिति का आकलन करता है। देशों को शून्य से 100 के बीच का स्कोर दिया जाता है। 100 का मतलब सबसे बुरी स्थिति, जबकि शून्य सबसे अच्छी स्थिति माना गया है।
यानी इस इंडेक्स में जिस देश का स्कोर जितना कम होगा वह उतनी अच्छी स्थिति में समझा जाएगा। सूचकांक निकालने का आधार चार बिंदुओं पर होता है। कुपोषण, शिशुओं में भयंकर कुपोषण, बच्चों के विकास में रुकावट और बाल मृत्यु दर।
भारत को मिला 28.5 स्कोर
2016 के सूचकांक में भारत की स्थिति काफी गंभीर है। भारत को 28.5 का स्कोर दिया गया है। जबकि श्रीलंका और नेपाल हमसे बेहतर स्थिति में हैं। सूचकांक में बेहतर प्रदर्शन करने वाले देशों में अर्जेंटीना, बोस्निया, हर्जेगोविना, बेलारूस और ब्राजील शामिल हैं। सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, चाड, जांबिया और हैती इस सूचकांक में सबसे निचली पायदान पर मौजूद में हैं।
2030 तक जीरो हंगर का लक्ष्य
असल में विश्व में भुखमरी और कुपोषण के खिलाफ एक अभियान चलाया हुआ है और ये इंडेक्स हर देश को इस अभियान में उसकी हिस्सेदारी और जिम्मेदारियों के प्रति सचेत करता है। इस अभियान में साल 2030 तक ‘जीरो हंगर’ का लक्ष्य तय किया गया है। चीन को ग्लोबल हंगर इंडेक्स की लिस्ट में 20वें नंबर पर रखा गया है।