नई दिल्ली। सरकार ने 8 नवंबर को रात 8 बजे नोटबंदी का ऐलान किया। देशभर में 500 और 1000 के दो बड़े नोट बंद कर दिए और अगले ही दिन सुबह-सुबह देश भर के अखबारों से पेटीएम ने फुल पेज एड छाप डाला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर के साथ पेटीएम ने नोटबंदी का फैसला कर लोगों को पेटीएम करो को नारा दिया, जिसका उसे फायदा भी हुआ। नोटबंदी में डिजिटल पेमेंट के विक्लप के तौर पर लोगों के पेटीएम का इस्तेमाल करना करना शुरु किया। सरकार की इस नोटबंदी ने पेटीएम के बिजनेस में 85 फीसदी का उछाल आया। कंपनी ने 3 महीने पहले ही अपना टारगेट पूरा कर लिया। लेकिन आपको बता दें कि पेटीएम जो आपको कैशलेस भुगतान की सुविधा देती है अापकी कमाई से कैसे अपनी जेब भर रही है।
पेटीएम भले ही डिजिटल पेमेंट के काम आ रहा है, लेकिन कई मामलों में ऑनलाइन भुगतान करने से आम आदमी को भारी नुकसान हो रहा है। हालांकि, आम आदमी को नुकसान पहुंचने के बावजूद पेटीएम की जेब लगातार भर रही है। उदाहरण देकर समझाएं तो अगर आप किसी फिल्म का टिकट पेटीएम से बुक करते हैं तो इसके लिए काफी अधिक पैसे चुकाने पड़ेंगे। जैसे अगर आपने दो लोगों की टिकट 550 रुपए में खरीदी तो इसके लिए आपको 550 रुपए के अतिरिक्केत 8.40 रुपए सर्विस टैक्स, 0.30 रुपए स्वच्छ भारत सर्विस टैक्स और 0.30 पैसे कृषि कल्याण सेस देना होगा। इतना ही नहीं, इसके अलावा पेटीएम आपसे सुविधा शुल्क के नाम पर 60 रुपए अतिरिक्त वसूलेगी। जी हां सुविधा शुल्देक के नाम पर आपके बड़ी रकम ली जाएगी जो सीधे पेटीएम की जेब में जाएगी। यानी आपकी कमाई से अपनी जेब भर रही है पेटीएम।