एंबेसडर, यह ऐसा नाम है अपने आप में एक ब्रांड है। लेकिन आप सोचिए अगर यह ब्रांड अगर कभी बिके तो कितनी कीमत होनी चाहिए। एक जमाने में एंबेसडर की सवारी का अपना रसूख हुआ करता था। सत्ता के गलियारों से लेकर देश के लगभग ताकतवर लोगों की एकमात्र शान की सवारी थी एंबेसडर। अब आपका यह एंबेसडर यूरोप का हो जाएगा। फ्रांस की कंपनी प्यूजो ने एंबेसडर ब्रांड खरीद लिया है और वो भी कौड़ी के भाव।
जिस देश में किसी प्रोडक्ट के ब्रांड एंबेसडर बनने के लिए सितारे सैकड़ों करोड़ रुपए का करार करते हों वहां एंबेसडर ब्रांड की कीमत महज अस्सी करोड़ लगाई गई है। देश के एक सबसे बड़े ब्रांड, एंबेसडर को यूरोप ने महज 80 करोड़ में खरीद लिया है। एंबेसडर ब्रांड हिंदुस्तान मोटर्स ने बेच दिया है और उसे यूरोपीय वाहन कंपनी प्यूजो ने 80 करोड़ रुपए में खरीदा है। सीके बिड़ला समूह की कंपनी (हिंदुस्तान मोटर्स) ने इस बारे में प्यूजो एसए के साथ करार किया है। फिलहाल, एंबेसडर कारों का विनिर्माण रोक दिया गया है।
हिंदुस्तान मोटर्स ने शनिवार को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा, ‘हिंदुस्तान मोटर्स ने एंबेसडर ब्रांड की बिक्री के लिए प्यूजो एसए से करार किया है, इसमें ट्रेडमार्क भी शामिल है. यह सौदा 80 करोड़ रुपए में हुआ है। पिछले महीने प्यूजो एसए ने भारतीय बाजार में प्रवेश करने के लिए सीके बिड़ला समूह के साथ डील की थी. इसके तहत, शुरुआत में करीब 700 करोड़ रुपए का निवेश किया जाना है। इस रकम से तमिलनाडु में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाया जाएगा। इस प्लांट में हर साल 1 लाख वाहन बनाने की तैयारी है। प्यूजो एसए और सीके बिड़ला समूह मिलकर इंडियन ऑटो मार्केंट में अपनी दबदबा बनाना चाहते हैं। अनुमान है कि साल 2025 तक भारत में 80 लाख से एक करोड़ कार बनने लगेंगे, साल 2016 में यह आंकड़ा 30 लाख के करीब है।
प्यूजो एक बार पहले भी भारत में अपना हाथ आजमा चुका है उस वक्त प्रीमियर ग्रुप के साथ पार्टनरशिप की थी और उस दौरान प्यूजो का एक विज्ञापन काफी चर्चित और हिट हुआ था, उस विज्ञापन का मुखड़ा था- तेरा हुस्न बहुत मुझे भाता है, तेरे संग नाचूं जी चाहता है। हालांकि, पहली पारी में प्यूजो का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और कैश किल्लत और नुकसान को लेकर कंपनी उलझी रही, पार्टनर के साथ मतभेद के बाद कपंनी ने यहां से अपना कारोबार समेट लिया था।