बजट सत्र के दौरान विधानसभा चुनाव की रैलियां हो रही हैं। चुनावी बोल का असर सदन के अंदर भी देखा जा रहा है। सत्ताधारी पार्टी के नेता अपने चुनाव प्रचार में कुछ बयान देते हैं और संसद के सदनों पर उसपर बहस होने लगती है। मेरठ की रैली में नरेंद्र मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक पर अपनी सरकार की पीठ थपथपाई और कहा कि पाई पाई का हिसाब चुकता कर दिया। सोमवार को इसी बयान पर लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ।
कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सर्जिकल स्ट्राइक पर मोदी सरकार के रवैये की आलोचना की। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान खड़गे ने कहा, क्या आपने देशभक्ति का ठेका ले रखा है, सर्जिकल स्ट्राइक कोई नई बात नहीं है। इसका क्रेडिट लेने की जरूरत नहीं है। सिर्फ आप नहीं, पूरा देश आर्मी के साथ है। बोलते बोलते खड़गे ऐसा कुछ बोल गये जिसे बाद में स्पीकर कार्यवाही से डिलीट करवा दिया। खड़गे ने कहा कि आप बलिदान की बात करते हैं आपकी पार्टी के किसी कुत्ते ने भी देश के लिए बलिदान दिया है। हालांकि उनको अपनी कही बात का एहसास हुआ और हंगामे के बीच उक्त बयान को हटाने का निर्देश दिया गया।
खड़गे ने कहा कि देशभक्ति पर बीजेपी की मोनोपॉली नहीं है और उसे याद रखना चाहिए कि दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक होती रही है और आगे भी होती रहेगी।