नई दिल्ली। 8 सितंबर को देश की सरकार ने नोटबंदी का फैसला किया। देशभर में 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए गए। कैश की किल्लत हो गई। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा था कि इसका असर विकास दर पर भी बढ़ेगा, लेकिन तीसरी तिमाही में विकास दर 7.1 फीसदी रही।
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में देश की जीडीपी दर दूसरी तिमाही से घटकर 7.3 प्रतिशत रह गई। नोटबंदी का विकास दर पर उतना असर नहीं पड़ा, जितने की उम्मीद की जा रही थी। वित्त वर्ष 2017 की दूसरी तिमाही में जीडीपी विकास दर 7.3 फीसदी रही थी, जबकि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कृषि का विकास दर 6 फीसदी रहा। वहीं मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की विकास दर 8.3 फीसदी रहा। आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद अनुमान लगाया जा रहा था कि विकास दर 6.1 फीसदी तक घट सकती है।