नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद अब वेतन का वक्त आ गया है। बैकों में लगातार भीड़ बढ़ती जाएगी। सैलरी निकलने से लेकर पुराने नोट बदलने वालों की भीड़ बैंकों में बढ़ती रही है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना कर रहे हैं मजदूर वर्ग। दरअसल अब तक उन्हें कैश में ही सैलरी मिल जाती थी, लेकिन अब उद्योग संचालक उनके वेतन का भुगतान चेक से कर रहे हैं।
चेक से मिली सैलरी से परेशान मजदूरों का बैंक में खाता नहीं है। इससे उनके सामने चेक भुनाने का संकट खड़ा हो गया है। चेक को कैश करवाने के लिए उन्हें बैंक में खाता खुलवाना होगा। ऐसे में वो लगातार बैंकों के बाहर खड़े है। सैलरी का चेक उन्हें अपने खाते में जमा करवाना होगा, तभी वो उसे निकाल पाएंगे। ऐसे में आने वाले दिनों में बैंकों में भीड़ बढ़ने की संभावना और बढ़ गई है।