जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ फारूख अब्दुल्ला ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर भारत के दावे को लेकर शुक्रवार को चिनाब घाटी में एक समारोह में विवादित बयान दिया है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने पीओके पर भारतीय संसद के स्टैंडिंग रिजोल्यूशन पर कहा कि क्या ये तुम्हारे बाप का है, मौजूदा वक्त में ये पाकिस्तान के कब्जे में है।’ इसके साथ ही उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार को चुनौती दी कि वह पाकिस्तान के कब्जे से पीओके को लेकर दिखाए।
उन्होंने कहा, ‘कश्मीर मुद्दे में पाकिस्तान एक पक्ष है और भारत सरकार भी ऐसा मान चुकी है। इस मुद्दे पर एक प्रस्ताव था जिसमें कहा गया था कि पीओके भारत का हिस्सा है।’ अब्दुल्ला ने कहा कि भारत सरकार के पास पाकिस्तान के साथ बातचीत करने के अलावा और कोई चारा नहीं है भारत सरकार के पास अब पाकिस्तान से बातचीत शुरू करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं है। क्योंकि जम्मू-कश्मीर के लोगों पर जारी अत्याचार को खत्म करने की जरूरत है। समारोह में फारूख के बेटे और राज्य के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला भी मौजूद थे।
भारत सरकार के पास पीओके को पाकिस्तान से छीनने की हिम्मत नहीं है और न ही पाकिस्तान के पास कश्मीर को भारत से छीनने की हिम्मत है। लेकिन दोनों देशों के बीच फंस कर कश्मीर की मासूम जनता को दिक्कत उठानी पड़ रही है।’
नोटबंदी के फैसले की आलोचना करते हुए फारूख अब्दुल्ला ने कहा की नोटबंदी से जनता को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है जिसके लिये प्रधानमंत्री मोदी को माफी जनता से माफी मांगनी चाहिए। प्रधानमंत्री की माँ के लाइन में लग कर पैसे निकालने पर फारुख अब्दुल्ला ने कहा ‘मोदी ने नोट बदलवाने के लिए अपनी मां को भी लाइन में लगवा दिया। अच्छी औलाद अपनी मां को कष्ट से बचाने के लिए कोई भी कुर्बानी दे सकती है।’ फारूख ने यह भी कहा कि जिसकी शादी न हुई हो, वह यह नहीं समझ सकता कि ढाई लाख में बेटियों की शादी करना मुमकिन नहीं है।