गुजरात के भारत-पाकिस्तान सीमावर्ती इलाके से आईएसआई के दो एजेंट को गिरफ्तार किया गया है। कछ के खावड़ा में अहमदाबाद एटीएस ने यह गिरफ्तारी की है। इनका नाम अलाना समा और शकुर सुमरा है। दोनों भारतीय हैं। “एटीएस इन दोनों पर पिछले एक साल से नजर बनाए रखी थी।”इन्हें बुधवार रात उनके घर से अरेस्ट किया गया। इनके पास 7 खुफिया दस्तावेज मिले हैं। इसके अलावा, एक पाकिस्तानी सिम कार्ड और एक मोबाइल भी बरामद किया गया है।”
हनीट्रैप का मामला
एटीएस सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों को फंसाने के लिए पाकिस्तानी महिला का इस्तेमाल किया गया था। ये दोनों ड्रोन और फोन के जरिए खुफिया जानकारी पाकिस्तान भेज रहे थे। इनके बारे में तब पता चला जब इनके कॉल को इंटरसेप्ट किया गया। ये लोग पाकिस्तानी अफसरों को आर्मी के मूवमेंट की जानकारी दे रहे थे।
पहले भी हनीट्रैप के जरिए जासूसी कराता रहा है पाकिस्तान
पिछले साल भटिंडा एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात एक जवान रंजीत केके को जासूसी करने के आरोप में अरेस्ट किया गया था। रंजीत एयरफोर्स में लीड एयरक्राफ्ट मैन की पोस्ट पर काम कर रहा था। उसने पुलिस को बताया था कि तीन साल पहले मैक्नॉट दामिनी की तरफ से फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली थी। दामिनी के प्रोफाइल में उसका ऐड्रेस बीस्टन लीड्स, ब्रिटेन का था। दोनों के बीच देर रात तक एफबी पर चैट होती थी। बाद में मामला वॉट्सऐप और स्काइप तक जा पहुंचा। दोनों के बीच काफी प्राइवेट किस्म की बातचीत होती थी। इसी तरह की बातों के बदले में दामिनी ने रंजीत से आईएसआई के लिए जासूसी कराई।