जम्मू कश्मीर के उड़ी सेक्टर में आतंकवादियों के हमले में शहीद हुए जवानों की विधवाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी है। भारत की संप्रभुता की रक्षा कर रहे इन फौजियों के शहीद होने के बाद पूरे देश की नजर भारत सरकार और हमारी सेना के आला अधिकारियों पर टिकी थीं । पीओके में घुसकर आतंकियों के ठिकाने को नष्ट करने की भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पूरे देश को राहत मिली है। उड़ी हमले में शहीद हुए जवानों की विधवाओँ ने कहा है कि शहीद फौजियों की तेरहवीं से पहले सेना के इस कार्रवाई से उनका दुख कम भले नहीं हुआ हो लेकिन हमारे कलेजे को ठंडक पहुंची है। इसके लिए हम प्रधानमंत्री मोदी को और अपने देश की सेना को बहुत बहुत बधाई देते हैं।
उड़ी हमले में शहीद बलिया के लाल लांसनायक राजेश यादव की गर्भवती पत्नी ने कहा कि हमारे दुख को तो कोई कम नहीं कर सकता है लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी से हमारे कलेजे को बहुत राहत मिली है। साथ ही उन्होंने कहा कि यही काम अगर सरकार पठानकोट हमले के बाद करती तो हमारा सुहाग नहीं उडड़ता। शहीद राजेश यादव की मां ने कहा कि हमारा लाल तो वापस नहीं आएगा लेिकन दूसरे के लाल का ऐसा हाल नहीं होगा, यह संतोष की बात है।
जब सर्जिकल स्ट्राइक की खबर आई तो गाजीपुर के देवपुरा गांव में बिजली नहीं थी। लोगों ने यह खबर रेडियो पर सुनी और देवपुरा गांव के शहीद हरेंद्र कुमार यादव के लिए नारे लगने लगे। शहीद के पिता ने भी वही बात दोहराई, मीडिया सरकार के संवाददाता से बात करते हुए कहा कि बेटा जाने का गम कैसे कम होगा लेकिन कलेजे को ठंडक मिली है। इनके साथ बार-बार ऐसा होना चाहिए।
जौनपुर के भौकुरा गांव के राजेश कुमार सिंह, संत कबीर नगर के गणेश शंकर यादव के घरवालों की तरफ से भी ऐसे ही जवाब मिले। सबका एक सुर में कहना है कि सेना के इस सर्जिकल स्ट्राइक से कलेजे में ठंडक पड़ी है। याद रहे कि गणेश शंकर यादव की विधवा ने उनके अंतिम संस्कार के वक्त कहा था कि खून के बदले खून से हिसाब होगा।
साथ ही उड़ी हमले में शहीद हुए अशोक कुमार की पत्नी ने कहा कि भारतीय सेना को इसी तरह पाकिस्तान में घुसकर हाफिज सईद को भी मार गिराना चाहिए।
मीडिया सरकार भारत के सभी शहीदों के साथ उड़ी हमले में शहीद हुए सैनिकों को एक बार फिर नमन करता है, उनके परिवार के हौसले और जज्बे को सलाम करता है और भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक जैसे साहस के लिए बधाई देता है।