मोदी जी, नीतीश जी, कबतक घुट-घुट कर जियूं…
माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी और माननीय मुख्यमंत्री नीतीश जी।
श्रीमान, मैं रुख्साना खातून एक बेसहारा विधवा हूँ और बिहार के समस्तीपुर ज़िले के शाहपुर पटोरी ब्लाक की निवासी हूँ लेकिन बच्चों के पालन-पोषण के लिए बिहार से दूर कलकत्ता के पास रहती हूँ। साल में एक दो बार अपने पुश्तैनी घर आती हूँ। थोड़ी बहुत खेती है। मेरे ऊपर बहुत ज़ुल्म हो रहा है। मेरे गाँव में बहुत साल से रह रहे एक दबंग अपराधी जमील अहमद ख़ाँ और उसके बेटों ने मिलकर मेरी ज़मीन पर कब्ज़ा कर लिया है और ये सिलसिला बहुत दिनों से जारी है। कब्ज़ा करने की शुरुआत 3-4 साल पहले हुई जब मुझे गाँव वालों ने फोन करके सूचना दी कि आपकी ज़मीन हथियाई जा रही है। मैं आनन-फानन में आई। मैंने पंचायत के एक-दो पढ़े लिखों से मशविरा कर ग्राम पंचायत, पुलिस-प्रशासन, कोर्ट-कचहरी का दरवाज़ा खटखटाया लेकिन अबतक कुछ हासिल नहीं हुआ। धीरे-धीरे मेरा सबकुछ छिनता जा रहा है। मेरे पास इतना रुपया-पैसा नहीं कि मैं कोर्ट-कचहरी का खर्च उठा सकूँ। जबकि जिसने कब्ज़ा किया है वो पैसे और बाहुबल के दम पर मुझे दबाने की कोशिश कर रहा है। बीते दिनों भी उसने मेरी एक और ज़मीन पर अपनी झोपड़ी डाल दी। हमने पंचायत बुलाई। पंचायत के प्रतिनिधि ने मुझसे और उससे ज़मीन के कागज़ मांगे। मैंने अपने कागज़ात दिखाए। लेकिन कब्ज़ा करने वाले पक्ष ने टाल-मटोल कर कागज़ नहीं दिखाया और पंचायत से 10 दिन का समय मांगा। पंचायत ने कहा जबतक आप कागज़ नहीं दिखाते उस ज़मीन पर कोई गतिविधि नहीं होगी लेकिन उसने पंचायत की एक न सुनी और रातोरात उस ज़मीन पर सीमेंट का पिलर गाड़ दिया। उल्टा थाने में मेरे खिलाफ शिकायत की और मेरे बेटे को धमकी देता है कि अंदर करवा देंगे। सड़ते रहना। मजबूरी में हम एस.पी. समस्तीपुर को शिकायत किए। समय की कमी के चलते थोड़ी देर मुलाक़ात हो पाई। हम अपनी फ़रियाद ठीक से कह भी नहीं पाए कि हमको कहा गया जाइये टाइम खत्म हो गया।
उस कब्जेदार ने मेरे अलावा कई दूसरे पड़ोसियों की ज़मीन पर भी कब्ज़ा किया। कई लोग डर से शिकायत भी नहीं कर पाए और वे गाँव छोड़कर चले गए। जब भी हम विरोध करते कि कब्ज़ा मत करो वो लोकल गुंडों को लाकर खड़ा कर देता है। कब्जेदार पहले से ही कई मामलों में जेल जा चुका है।
हमारे पास ज़मीन के पुख़्ता कागज़ात होते हुए भी इन्साफ मिलने में इतनी देरी लग रही। मेरी न कोई पहुँच है न कोई पैरवी। क्या इसी दिन के लिए मोदी जी आप प्रधानमंत्री बने और नीतीश जी आप मुख्यमंत्री बने कि एक ग़रीब विधवा पर अत्याचार हो और आप और आपकी सरकार खड़े-खड़े सबकुछ देखती रहे।
बताइये हमारा क्या कसूर है। एक तो चोरी ऊपर से सीना जोड़ी। क्या सरकार सिर्फ अमीर लोगों के लिए है। ऐसे में हम ग़रीब बेसहारा लोग किसके पास जाएं। हमको न्याय चाहिए। अगर सरकार से न्याय नहीं मिला तो जीने का क्या फायदा। कबतक इस तरह घुट-घुट के अन्याय के साथ जीती रहूँ। बीते एक हफ्ते से मुझे बहुत डर लग रहा है। मुझे और मेरे परिवार को बचा लीजिये सरकार।
(मैं जहाँ रहती हूँ और मेरी जिस ज़मीन पर झोपडी डालकर कब्ज़ा किया गया है उसकी तस्वीर आप तक पहुँचा रही हूँ)
फरियादी
रुख्साना खातून
पति- स्वर्गीय कमरुज़्ज़मां
ग्राम पंचायत- शाहपुर उंडी
ब्लॉक- शाहपुर पटोरी
ज़िला- समस्तीपुर
राज्य- बिहार
भारत
(मीडिया सरकार के फेसबुक इनबॉक्स में भेजी गई खबर … मीडिया सरकार इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता बल्कि प्रशासन से जांच कर दोषियों को सजा मिले यह उम्मीद करता है , रुखसाना की यह अपील उनके फेसबुक पेज पर भी उपलब्ध है )