पटना। बिहार में शिक्षा व्यवस्था की हालत क्या है ये किसी से छुपी नहीं है, लेकिन पिछले दो सालों से बिहार इंटरमिडिएट बोर्ड के रिजल्ट न केवल बिहार शिक्षा व्यवस्था के पोल खोल रही है बल्कि देश-दुनिया में बिहार का नाम खराब कर रही है। शिक्षा तंत्र में हो रहे इन घोटालों की वजह से बिहार का मजाक बन रहा है।
पिछले साल रूबी राय और इस साल बिहार बोर्ड के आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार को लेकर जो खुलासे हुए हैं उससे एक बात तो साबित हो गई है कि कितनी भी सख्ती को न कर दी जाए लेकिन यहां सबकुछ संभव है। टॉपर गणेश को लेकर किए गए मीडिया के खुलासों के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उसपर उम्र छुपाकर परीक्षा देने का आरोप लगा, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। 42 साल के गणेश ने अपनी उम्र 24 साल बताकर 12वीं की परीक्षा दी।
हलांकि सवाल टॉपर की क्षमता को लेकर भी उठ रहे हैं लेकिन अभी गिरफ्तारी सिर्फ उम्र छिपाने के आरोप में हुई है। अब ताजा खुलासा हुआ है कि गणेश ने 1992 में भी कॉमर्स से बारहवीं की परीक्षा दी थी, लेकिन उसमें सेकेंड डिवीजन आने के बाद इस साल उसने उम्र छुपाकर आर्ट्स से परीक्षा दी और वो टॉप कर गया। यहीं नहीं 1992 में उसने अपना नाम गणेश राम बताया था, जबकि 2017 में नाम गणेश कुमार बताया है। आइए देखें उसके 1992 के मार्कशीट।