राजस्थान में दैनिक भास्कर के 20 साल पूरे होने पर मनाए जा रहे भास्कर उत्सव के तहत बुधवार को जर्नलिस्ट अर्नब गोस्वामी जयपुर के लोगों से रूबरू हुए। टैगोर इंटरनेशनल स्कूल में दी अपनी स्पीच में अर्नब ने कहा, जब तक इस पेशे में हूं, आपका विश्वास नहीं तोड़ूंगा
अर्नब ने कहा, ”सबसे खतरनाक चीज ये है कि आपने मुझे माइक दिया और कोई टाइमलाइन भी नहीं है। मैं दूर-दूर तक जाकर लोगों से मिला, अलग-अलग विषयों पर बात की। लोगों ने मुझसे पूछा- तुम क्या करोगे, तुम एक आदमी हो। मैंने कहा- मैं एक हूं लेकिन मेरे पास काम बहुत है। लोगों ने कहा कि तुम बिजनेसमैन नहीं हो। पर मुझे पता है कि मैंने लोगों में अपना विश्वास रखा है। देश पर यकीन रखा है। इसलिए मैंने अपने वेंचर का नाम रिपब्लिक रखा है। जब तक मैं इस पेशे में हूं, मैं आपके विश्वास को कभी नहीं तोड़ूंगा।”
एनडीटीवी में मुझे लॉ मिनिस्टर से माफी के लिए फोर्स किया गया
अर्नब ने बातचीत में एक वाकया बताया ”एक बार मैं पार्लियामेंट के गेट नंबर 4 पर पहुंचा। मैं जो भी सवाल पूछता था, सीधे पूछता था। मैं एक निजी चैनल का जर्नलिस्ट था। एक बार मुझे लॉ मिनिस्टर से सॉरी बोलने को कहा गया। यह बेहद शर्म की बात है। इसी तरह ज्योति बसु से माफी मांगने के लिए भी कहा गया था। पॉलिटीशियंस ने मुझे काफी प्रताड़ित किया।”
”राजनेता न्यूज चैनल को एड देते थे आैर जर्नलिस्ट्स को प्रताड़ित करते थे। इन सारी चीजों ने मुझे ‘रिपब्लिक’ लाने के लिए प्रोत्साहित किया। जर्नलिज्म के नजरिए को बदलने की सोच है रिपब्लिक। मेरे (टाइम्स नाऊ से) एक्जिट को सेलिब्रेट करने वाले अफसोस करेंगे क्योंकि मैं वापस आ रहा हूं। रिपब्लिक मेरा नया वेंचर है।’
साभार – दैनिक भास्कर.कॉम