जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, मुलायम सिंह यादव परिवार और समाजवादी पार्टी में घमासान दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है। आइए, डालते हैं एक नज़र इस घमासान से जु़ड़ी 10 महत्वपूर्ण सुर्खियों पर-
- कलह को थामने और सुलह कराने की कोशिशों के तहत शनिवार को पार्टी के कई बड़े नेता लखनऊ में पार्टी चीफ मुलायम सिंह यादव से मिले। बाद में शिवपाल यादव को भी इस बैठक में बुला लिया गया।
- फैसला हुआ है कि पार्टी के चार बड़े नेता शनिवार शाम में अखिलेश यादव से मिलेंगे। ये नेता हैं बेनी प्रसाद वर्मा, किरनमय नंदा, नरेश अग्रवाल और रेवती रमन सिंह।
- बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा है कि मुलायम सिंह यादव अखिलेश के रवैये से काफी नाराज़ हैं।
- मुलायम सिंह के घर चली बैठक के बाद शिवपाल ने कहा कि चुनाव जीतने पर अखिलेश ही राज्य के मुख्यमंत्री होंगे।
- कल शिवपाल के बेटे आदित्य यादव ने भी कहा था कि अगर पार्टी चुनाव जीतती है तो अखिलेश ही मुख्यमंत्री होंगे। उनके मुताबिक, पांच साल में सरकार ने जिस तरह से काम किया है, उसका श्रेय अखिलेश को जाता है। आदित्य ने कहा कि मेरे पिता ने बार-बार कहा है कि अखिलेश ही पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।
- अखिलेश यादव ने अपने मंत्री गायत्री प्रजापति से मिलने से इंकार कर दिया है। गायत्री प्रजापति वही मंत्री हैं, जिन्हें अखिलेश ने हटा दिया था, लेकिन बाद में मुलायम के कहने पर उन्हें कैबिनेट में दोबारा शामिल करना पड़ा था। प्रजापति को 25 अक्टूबर को होने वाले पार्टी के रजत जयंती कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन अखिलेश इस कार्यक्रम में शायद ही शामिल हों।
- पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने 24 अक्टूबर को पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है, लेकिन उससे एक दिन पहले अखिलेश यादव ने भी सभी पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों और विधायकों की मीटिंग बुलाकर संकेत दे दिया है कि वे भी आर-पार के ही मूड में हैं।
- दो दिन से पार्टी दफ्तर में पदाधिकारियों की बैठक चल रही है। प्रदेश कार्यसमिति की भी बैठक होनी है, जिसमें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी बुलाया गया है, लेकिन अखिलेश ने इसका भी बहिष्कार कर रखा है।
- मुलायम ने एमएलसी उदयवीर को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। शुक्रवार को ही खबर आई थी अखिलेश के करीबी माने जाने वाले उदयवीर ने मुलायम को चिट्ठी लिखकर अखिलेश और मुलायम के बीच मतभेदों के पीछे अखिलेश की सौतेली मां साधना गुप्ता को ज़िम्मेदार ठहराया था।
- शुक्रवार को शिवपाल ने पार्टी के जिलाध्यक्षों से मुलाकात की थी और कहा था कि वे पार्टी के लिए इस्तीफा भी दे सकते हैं।