नई दिल्ली। कानपुर देहात के पुखरायां स्टेशन के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने के बाद हादसे में 90 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं करीब 150 लोग घायल हो गए हैं। हादसे कि वजह का अभी खुलासा नहीं हुआ है। हलांकि यह पहली बार नहीं है जब इतना बड़ा रेल हादसा हुआ हो। इससे पहले भी कई बार बड़े रेल हादसे हो चुके हैं। आइए जानें 10 बड़े रेल हादसों के बारे में।
3 दिसंबर 2000 को पंजाब में सराय बंजारा और साधुगढ़ के बीच हावड़ा-अमृतसर मेल पटरी से उतरी मालगाड़ी पर चढ़ गई। इस हादसे में 46 की मौत हो गई थी।
साल 2001 को मंगलोर-चेन्नई मेल केरल में कोझिकोड के निकट मंगलोर-चेन्नई मेल कडालुंदी नदी में गिर गई थीं। इस हादसे में 40 की मौत हुई थी।
2002 को बिहार के औरंगाबाद में हावड़ा-दिल्ली एक्सप्रेस पुल के ऊपर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। जिसमें 120 लोग मारे गए थे।
मई 2002 को नई दिल्ली से पटना जा रही श्रमजीवी एक्सप्रेस जौनपुर में पटरी से उतर गई थी जिसमें 12 लोगों की मौत हुई थी।
मई 2003 में पंजाब में पैसेंजर ट्रेन में आग लग गई थी। जिसमें 40 लोग जिंदा जल गए थे।
जून 2003 में महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में करवार-मुम्बई सेंट्रल होलीडे स्पेशल ट्रेन पटरी से उतर गई थी, जिसमें 53 लोग मारे गए थे।
2010 में पश्चिम बंगाल में रेल पटरियों में तोड़फोड़ के कारण ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के 13 डिब्बे पटरियों से उतर गए थे, जिसमें 148 लोगों की मौत हुई थी।
जुलाई 2010 में पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में सियालदह जा रही उत्तरबंगा एक्सप्रेस की वनांचल एक्सप्रेस से टक्कर हो गई थी, जिसमें 60 मौतें हो गई थीं।
2012 को बैंगलोर जा रही हम्पी एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस हादसे में कम से कम 25 लोग मारे गए थे।
साल 2015 में उत्तर प्रदेश में बछरावां स्टेशन के नजदीक देहरादून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में 46 लोग मारे गए थे।